झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए आजसू पार्टी ने अपने हिस्से की 10 में से 8 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। पार्टी ने सिल्ली से सुदेश कुमार महतो, रामगढ़ से सुनीता चौधरी, लोहरदगा से नीरू शांति भगत, गोमिया से लंबोदर महतो, एससी सुरक्षित सीट जुगसलाई से रामचंद्र सहिस, मांडू से निर्मल महतो (तिवारी महतो), ईचागढ़ से हरेलाल महतो और पाकुड़ से अजहर इस्लाम को उम्मीदवार बनाया है।
दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं
आजसू पार्टी के पास एनडीए गठबंधन में 10 सीटें हैं, लेकिन पार्टी ने मनोहरपुर और डुमरी की दो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि डुमरी सीट पर जेकेएलएम के प्रमुख जयराम महतो चुनाव लड़ रहे हैं, और आजसू यहाँ एक मजबूत उम्मीदवार की तलाश में है। वहीं, मनोहरपुर में भी पार्टी किसी प्रभावशाली नेता को टिकट देने की योजना बना रही है।
आजसू की चुनावी रणनीति
आजसू पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का चयन ध्यानपूर्वक किया है। पार्टी की रणनीति स्थानीय मुद्दों को उठाना और आदिवासी तथा अन्य महत्वपूर्ण समुदायों को जोड़ना है। इसके अलावा, पार्टी अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को एकजुट रखने पर जोर दे रही है, ताकि चुनावी माहौल में उनकी उपस्थिति मजबूत बनी रहे।
उम्मीदवारों की विशेषताएँ
- सुदेश कुमार महतो (सिल्ली): पार्टी के एक प्रमुख नेता, जो स्थानीय राजनीति में सक्रिय हैं और क्षेत्र के मुद्दों को भली-भाँति समझते हैं।
- सुनीता चौधरी (रामगढ़): महिला उम्मीदवारों के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के लिए चुनी गई हैं, जो स्थानीय मुद्दों पर काम कर सकती हैं।
- नीरू शांति भगत (लोहरदगा): आदिवासी समुदाय की पहचान को बढ़ावा देने वाली नेता।
- लंबोदर महतो (गोमिया): अनुभवी नेता, जो क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाए रखने में सफल रहे हैं।
- रामचंद्र सहिस (जुगसलाई): एससी सुरक्षित सीट पर पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- निर्मल महतो (मांडू): युवा नेता, जो पार्टी की नई सोच को दर्शाते हैं।
- हरेलाल महतो (ईचागढ़): स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देने वाले नेता।
- अजहर इस्लाम (पाकुड़): साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने वाले उम्मीदवार।
राजनीतिक माहौल में हलचल
झारखंड में चुनावी माहौल तेजी से बदल रहा है। सभी दल अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा में लगे हुए हैं। भाजपा, झामुमो और कांग्रेस जैसे दल भी चुनावी रणक्षेत्र में सक्रिय हैं। भाजपा ने पहले ही अपनी चुनावी रणनीति को स्पष्ट कर दिया है, जिसमें वे आदिवासी विकास, रोजगार और भ्रष्टाचार पर रोकथाम के मुद्दों पर जोर दे रहे हैं।
सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव
सोशल मीडिया इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सभी दल अपने एजेंडों को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। आजसू ने भी अपने प्रत्याशियों की जानकारी साझा की है और अपने कार्यकर्ताओं को इस माध्यम से सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया है।
निष्कर्ष
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में आजसू पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। अब देखना यह होगा कि क्या आजसू अपने घोषित उम्मीदवारों के माध्यम से मतदाताओं का विश्वास जीतने में सफल हो पाएगी। सभी दलों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है, और आने वाले दिनों में चुनावी माहौल और भी गरमाने की संभावना है। झारखंड के चुनाव में इस बार राजनीतिक जंग दिलचस्प होने वाली है, और आजसू पार्टी की रणनीति इस चुनावी मुकाबले में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
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