Ranchi AIIMS के अलावा इन 6 जिलों में मेडिकल कॉलेज बनाने की तैयारी, हेमंत सरकार की बड़ी पहल

झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए हेमंत सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने घोषणा की है कि रांची में एम्स (AIIMS) की स्थापना के साथ-साथ जामताड़ा, देवघर, धनबाद, जमशेदपुर, गिरिडीह और खूंटी में नए मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में जल्द ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा और वित्तीय सहायता की मांग की जाएगी।

रांची में एम्स की स्थापना और नए मेडिकल कॉलेजों की योजना

स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए सरकार इस क्षेत्र में बड़ा सुधार करना चाहती है। उन्होंने बताया कि जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा से मुलाकात कर रांची में एम्स की स्थापना और छह अन्य जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग की जाएगी।

इन मेडिकल कॉलेजों को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत संचालित किया जाएगा, जिससे निजी क्षेत्र की भागीदारी भी सुनिश्चित होगी और राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इसके लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली गई है, जिसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

झारखंड के लिए विशेष स्वास्थ्य पैकेज की मांग

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि झारखंड केंद्र सरकार को खनिज और अन्य संसाधन बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराता है, लेकिन इसके बदले राज्य को स्वास्थ्य क्षेत्र में उतनी मदद नहीं मिल पाती। इसलिए झारखंड के लिए अलग से विशेष पैकेज की मांग की जाएगी, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती दी जा सके।

इसके अलावा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत राज्य को मिलने वाली राशि में भी वृद्धि करने की मांग रखी जाएगी। सरकार की योजना है कि झारखंड को मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।

रांची में 3,781 करोड़ की मेडिको सिटी का प्रस्ताव

स्वास्थ्य विभाग ने रांची में एक बड़ी “मेडिको सिटी” बनाने का प्रस्ताव रखा है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 3,781 करोड़ रुपये होगी, जिसे एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) प्रोजेक्ट के तहत ऋण के रूप में लेने की योजना है।

इसके अलावा, राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) से अनुरोध किया जाएगा। इससे झारखंड में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को लाभ मिलेगा और राज्य में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।

झारखंड में मिक्स मलेरिया का बढ़ता खतरा

स्वास्थ्य सेवाओं के विकास की योजना के बीच झारखंड में मिक्स मलेरिया (Mix Malaria) के मामले बढ़ने से चिंता बढ़ गई है। खासकर पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी और डुमरिया प्रखंड में यह बीमारी तेजी से फैल रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए रांची स्थित स्वास्थ्य विभाग से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। वहीं, जिले के सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने एक तीन सदस्यीय टीम को इन इलाकों में भेजकर जांच का निर्देश दिया है।

मिक्स मलेरिया के 70 नए मामले मिले

जांच टीम ने कई गांवों का दौरा किया और मिक्स मलेरिया के 70 नए मामले दर्ज किए। यह बीमारी मलेरिया परजीवी की एक से अधिक प्रजातियों के संक्रमण के कारण होती है। दिसंबर 2024 में मुसाबनी और डुमरिया में कुल 506 मलेरिया मरीजों की पुष्टि हुई थी, जिनमें से 70 मरीज मिक्स मलेरिया से ग्रस्त थे।

झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी मजबूती

राज्य सरकार द्वारा एम्स, नए मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य पैकेज की मांग के साथ-साथ मलेरिया और अन्य बीमारियों से लड़ने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। अगर केंद्र सरकार इन प्रस्तावों को मंजूरी देती है, तो झारखंड में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी और आम जनता को इलाज के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा।

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