हेमंत सोरेन 28 दिसंबर को करेंगे मंईयां सम्मान योजना की पहली किस्त जारी

Rs 2500 Maiya Samman Yojana: Hemant Soren to Release First Installment on December 28: झारखंड की महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जल्द ही मंईयां सम्मान योजना की पहली किस्तजारी करेंगे। इस योजना के तहत 2500 रुपए की राशि सीधे लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। योजना को लेकर सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और पहली किस्त जारी करने की तारीख 28 दिसंबर तय की गई है।

नामकुम से शुरू होगा ऐतिहासिक वितरण कार्यक्रम

राजधानी रांची के नामकुम क्षेत्र में स्थित खोजा टोली मैदान में इस ऐतिहासिक वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस कार्यक्रम के दौरान राज्य की हजारों महिलाओं को संबोधित करेंगे और उनके खाते में योजना के तहत राशि ट्रांसफर करेंगे। इस कार्यक्रम में विभागीय मंत्री, स्थानीय सांसद और विधायक भी मौजूद रहेंगे।

मेगा कार्यक्रम में हजारों महिलाओं की भागीदारी

मंईयां सम्मान योजना के तहत लाभार्थियों को बुलाने के लिए राज्य भर के उपायुक्तों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है। वे लाभार्थी महिलाओं की सूची तैयार कर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने और वापस भेजने की व्यवस्था करेंगे। पूरे झारखंड से हजारों महिलाएं इस मेगा कार्यक्रम में शामिल होंगी।

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हेमंत सोरेन 28 दिसंबर को करेंगे मंईयां सम्मान योजना की पहली किस्त जारी

मंईयां सम्मान योजना: महिलाओं के लिए एक बड़ी पहल

मंईयां सम्मान योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। योजना की शुरुआत झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले की गई थी, जिसमें शुरुआत में महिलाओं को 1000 रुपए प्रति माह दिए जाते थे। चुनाव के दौरान महागठबंधन सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर 2500 रुपए प्रति माह करने का वादा किया था।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सत्ता में लौटने के बाद इस वादे को पूरा करते हुए मंईयां सम्मान योजना का विस्तार किया। अब यह योजना झारखंड सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक बन गई है।

महिलाओं के लिए आर्थिक स्वतंत्रता का नया रास्ता

झारखंड जैसे राज्य में जहां ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं आर्थिक समस्याओं से जूझ रही हैं, मंईयां सम्मान योजना उनके लिए उम्मीद की किरण बनकर आई है। इस योजना के तहत मिलने वाली राशि का उपयोग महिलाएं अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने, बच्चों की पढ़ाई, और स्वास्थ्य संबंधी खर्चों के लिए कर सकती हैं।

क्या कहती हैं लाभार्थी महिलाएं?

लाभार्थी महिलाओं ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी। सिमडेगा जिले की एक महिला लाभार्थी ने कहा, “2500 रुपए की यह मदद मेरे परिवार के लिए बहुत उपयोगी है। मैं इसका उपयोग बच्चों की शिक्षा और घर के छोटे-मोटे खर्चों में करूंगी।”

विपक्ष ने उठाए सवाल

जहां एक ओर सरकार इस योजना को महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक कदम बता रही है, वहीं विपक्ष ने इसे आगामी पंचायत चुनाव से पहले का चुनावी हथकंडा करार दिया है। विपक्ष का आरोप है कि यह योजना केवल वोट बैंक मजबूत करने के लिए लागू की गई है।

महागठबंधन सरकार की अन्य योजनाएं भी होंगी शामिल

कार्यक्रम के दौरान सरकार अपनी अन्य लोकलुभावन योजनाओं को भी उजागर करेगी। इनमें मुख्यमंत्री रोजगार गारंटी योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना और सखी मंडल जैसी योजनाओं का भी प्रचार किया जाएगा।

आधार और बैंक खाते की अनिवार्यता

इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना अनिवार्य है। जिन महिलाओं का आधार कार्ड बैंक खाते से जुड़ा नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द इसे लिंक करवाने की सलाह दी गई है।

झारखंड के विकास की नई दिशा

मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की उन योजनाओं में से एक है, जो राज्य के विकास को नई दिशा दे रही हैं। इससे न केवल महिलाओं को आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा।

कैसे करें योजना के लिए आवेदन?

जो महिलाएं अभी तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाई हैं, वे अपने नजदीकी पंचायत कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकती हैं। आवेदन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी है। महिलाएं ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन कर सकती हैं।

योजना के प्रभाव और भविष्य की योजनाएं

मंईयां सम्मान योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके आर्थिक हालात में सुधार करना है। झारखंड सरकार भविष्य में इस योजना का दायरा बढ़ाने और अधिक महिलाओं को इससे जोड़ने की योजना बना रही है।

निष्कर्ष

मंईयां सम्मान योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और झारखंड के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यह पहल राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी। आने वाले वर्षों में इस योजना का लाभ और अधिक महिलाओं तक पहुंचाने की तैयारी है।

यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। योजना की पहली किस्त जारी होने के बाद झारखंड में विकास की यह नई लहर निश्चित रूप से सकारात्मक बदलाव लाएगी।

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